क्रेडिट कार्ड क्या है? अहम बातें जो पहली बार लेने वाले ज़रूर जान लें

क्रेडिट कार्ड क्या है? इसके फायदें और नुकसान समेत इससे जुडी सारी जानकारी आइये जानते है आज के इस आर्टिकल में 

तेज़ी से बढ़ रहे डिजिटल पेमेंट के इस दौर में भारतियों के बीच अब क्रेडिट कार्ड को लेकर भी झिझक कम होती जा रही है | बड़ी संख्या में लोग क्रेडिट कार्ड्स को पेमेंट इंस्ट्रूमेंट के तौर पर उपयोग करने लगे है | आपको जानकार शायद आश्चर्य हो लेकिन वर्तमान में भारतीय हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड से 1 लाख करोड़ रूपये से भी ज्यादा खर्च कर रहे है |

ऐसे में अगर आप भी पहली बार क्रेडिट कार्ड लेने जा रहे है या लेने की सोच रहे है, तो ये आर्टिकल आपको क्रेडिट कार्ड से जुडी सभी बेसिक बातों को समझने में मदद करेगा |

क्या होता है क्रेडिट कार्ड?

क्रेडिट कार्ड एक फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट है, जो धारक को ब्याजमुक्त अवधि के दौरान बिना बैंक बैलेंस के भुगतान करने की सुविधा प्रदान करता है | इसके ज़रिए आप एक एटीएम कार्डनुमा प्लास्टिक कार्ड से अपनी किसी भी खरीदी या बिलों का भुगतान कैशलेस माध्यम से कर सकते है |

क्रेडिट कार्ड के साथ असल में धारक का एक ऋण खाता जुड़ा होता है, जिसमे कार्ड धारक को उसके क्रेडिट स्कोर तथा मासिक आय के अनुसार मासिक खर्च की एक लिमिट दी जाती है | ज़्यादातर बैंक 50 से 60 दिनों की एक ब्याजमुक्त अवधि देते है, इस अवधी के भीतर बकाया राशि चुकाने पर किसी भी तरह का कोई ब्याज़ नहीं देना होता है |

क्रेडिट कार्ड प्रयोग शॉपिंग, ई-कॉमर्स साइट्स, बिल भुगतान, फ्यूल स्टेशन समेत किसी भी POS टर्मिनल पर किया जा सकता है | 

क्रेडिट कार्ड के फायदें 

यूँ तो क्रेडिट कार्ड के कई फायदें है, लेकिन उनमे से कुछ मुख्य फायदें इस तरह है –

  • 50 से 60 दिनों का ब्याजमुक्त क़र्ज़ मिल जाता है, जिससे अपनी किसी भी आर्थिक ज़रूरतों के लिए आपको समझौता नहीं करना पड़ता 
  • यदि आप अपनी क्रेडिट कार्ड के लिमिट का उपयोग करते है और बकाया समय से जमा करते है, तो आपका क्रेडिट स्कोर सुधरता है | इससे आपको भविष्य में लोन लेने में आसानी होती है |
  • किसी समय पर की गयी बड़ी खरीद को आप EMI में भी आसानी से बदल सकते है और छोटी छोटी किस्तों में चुकाया जा सकता है |
  • किसी आपात स्थिति में क्रेडिट कार्ड पर कैश एडवांस की भी सुविधा होती है, जिससे आप किसी भी एटीएम से नगद राशि निकाल सकते है |
  • डेबिट कार्ड से उलट क्रेडिट कार्ड के साथ ऐड-ऑन कार्ड की भी सुविधा मिलती है, जिसका मतलब है आप अपनी पत्नी या बच्चो के लिए अतिरिक्त कार्ड ले सकते है 
  • बैंक द्वारा जारी किये जाने वाले अलग अलग वेरिएंट के कार्ड्स पर कई तरह के बीमा कवर मिलता है | इसमें कार्ड खोने का कवर और दुर्घटना कवर शामिल हो सकता है |
  • इसके साथ ही साथ कई तरह के वेलकम ऑफर्स, रिवार्ड्स, कैशबैक, फ्यूल सरचार्ज में छूट और एअरपोर्ट लाउन्ज एक्सेस जैसी सुविधा भी क्रेडिट कार्ड के साथ मिलती है |   

क्रेडिट और डेबिट कार्ड में अंतर 

जब भुगतान की बात आती है, तो क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड एक दूसरे से पूरी तरह विपरीत है | हालांकि दिखने में दोनों ही एक प्लास्टिक कार्ड है और एक जैसे ही नज़र आते है |

क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर

जहां डेबिट कार्ड से भुगतान करने के लिए राशि आपके बैंक अकाउंट बैलेंस से काटी जाती है | वहीँ क्रेडिट कार्ड से भुगतान के लिए आपको अपने बैंक अकाउंट में पैसे रखने की कोई आवश्यकता नहीं होती | 

क्रेडिट कार्ड द्वारा किया गया भुगतान एक तरह से उधार होता है, जो तय समय सीमा में अपनी सुविधानुसार आप बिना किसी ब्याज़ के चुका सकते है | 

Read moreक्रेडिट और डेबिट कार्ड में क्या होता है अंतर? आपके लिए क्या है बेस्ट

क्रेडिट कार्ड के प्रकार 

लगभग सारे ही बैंक अपने ग्राहकों को कई तरह के क्रेडिट कार्ड्स में से चुनने का विकल्प देते है, जहां ग्राहक अपनी ज़रूरतों को देखते हुए सहीं कार्ड का चुनाव कर सकते है –

शॉपिंग क्रेडिट कार्ड – ऐसे लोग जो अक्सर शॉपिंग करते है और शॉपिंग पर खाफी खर्च करते है, वो लोग इस कार्ड के ज़रिए कई तरह के ऑफर्स का लाभ ले सकते है | 

ट्रेवल कार्ड – वो लोग जो फ्रीक्वेंट ट्रैवलर है और उन्हें अक्सर ही यात्राये करनी पड़ती है | वह इस कार्ड के ज़रिए हवाई जहाज, रेल और बस की टिकट्स पर काफी बचत कर सकते है साथ ही एयरपोर्ट्स पर लाउन्ज की सुविधा का लाभ भी मुफ्त उठा सकते है |

फ्यूल क्रेडिट कार्ड – इस कार्ड के ज़रिए आप देशभर में फैले फ्यूल स्टेशन पर फ्यूल सरचार्ज वेवर यानि कि ईधन अधिभार शुल्क का लाभ ले सकते है |

कैशबैक क्रेडिट कार्ड – इस तरह के कार्ड से जब भी आप आप भुगतान करते है तो आपको हर खरीद पर कुछ ना कुछ कैशबैक दिया जाता है |

रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड – इन कार्ड के इस्तेमाल पर आपको आपके द्वारा किये गए खर्च राशि के अनुसार कई तरह के रिवार्ड्स दिए जाते है | जैसे कि मूवी टिकट्स, गिफ्ट कार्ड्स आदि 

एंटरटेनमेंट क्रेडिट कार्ड – मनोरंजन के शौक़ीन लोग जिन्हें फिल्म्स, खेल या अन्य तरह के इवेंट्स में जाना पसंद है, उन्हें इस कार्ड के ज़रिए ना सिर्फ कैशबैक मिलता है बल्कि कई अवसर पर अर्ली एक्सेस का भी लाभ मिलता है |

किसान क्रेडिट कार्ड – यह एक सरकार समर्थित योजना के अंतर्गत किसान एवं कृषि से जुड़े लोगो को दिया जाता है, जिससे लोग खेती की ज़रूरत के लिए पैसे निकाल सकते है | 

सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड – ऐसे लोग जिनकी मासिक आय अनियमित है या फिर है ही नहीं, ऐसे लोग फिक्स्ड डिपाजिट जैसे गारंटी के बदले में ये कार्ड ले सकते है | इसके लिए आय का कोई प्रमाण देना आवश्यक नहीं होता |

क्रेडिट कार्ड की लिमिट 

वैसे तो आपको जारी किए जाने वाले क्रेडिट कार्ड की लिमिट आपकी मासिक आय, क्रेडिट स्कोर जैसे फैक्टर पर निर्भर करती है | लेकिन सामान्यतः यह 2 प्रकार से तय होती है –

यदि आप नौकरी पेशा व्यक्ति है और हर माह तय मासिक आय प्राप्त करते है, तो बैंक आपको आपके मासिक वेतन का 2 से 3 गुना तक आपके कार्ड के limit के तौर पर देता है | आपके द्वारा समय पर भुगतान करने पर जिसे समय समय पर बढ़ा भी दिया जाता है |

वहीँ अगर आप सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड लेते है, जिसमे आप फिक्स्ड डिपाजिट को गारंटी के रूप में रखते है | ऐसी स्थिति में अलग अलग बैंक आपको आपकी फिक्स्ड डिपाजिट की राशि का 80% से लेकर 90% तक limit देते है | 

कौन ले सकता है क्रेडिट कार्ड 

भारत में क्रेडिट कार्ड कारोबारी, नौकरीपेशा व्यक्ति, किसान और स्टूडेंट जैसे लोग ले सकते है | शायद आपको यकीन ना हो, लेकिन विशेष परिस्थितियों में यदि आपकी कोई मासिक आय नहीं है, तब भी आप क्रेडिट कार्ड ले सकते है |

Read moreअपना पहला क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाये?

सैलरी लिमिट 

नौकरी पेशा व्यक्ति जिसके खाते में हर माह तय समय पर एक तय सैलरी जमा होती है, उसके लिए क्रेडिट कार्ड लेना तुलनात्मक रूप से आसान है | बैंक ऐसे लोगो को क्रेडिट कार्ड जारी करने में प्राथमिकता देते है |

अलग अलग बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए आय की यह सीमा अलग अलग है, लेकिन वर्तमान में ज़्यादातर बैंक की क्रेडिट कार्ड के लिए न्यूनतम 15,000 रु मासिक आय की सीमा है |

भारत में क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बड़े बैंक 

भारत में ग्राहक सेवा और लोगों के बीच लोकप्रियता के हिसाब से क्रेडिट कार्ड ऑफर करने वाले टॉप के बैंक इस प्रकार है –

SBI Cards ICICI Bank 
HDFC Bank Axis Bank 
Citi Bank RBL Bank 
Kotak Mahindra Bank IndusInd Bank 
American Express Yes Bank 
HSBC Standard Chartered Bank 

क्रेडिट कार्ड के नुकसान 

वैसे तो क्रेडिट कार्ड होने के कई फायदे हमने अब तक जाने है, लेकिन आप भी अपना क्रेडिट कार्ड ले उससे पहले इससे जुड़े कुछ संभावित नुकसान या खतरों को भी जान लेना ज़रूरी है –

  • क्रेडिट कार्ड एक तरह का उधारी खाता है, जिसे चुकाना भी आपको ही होता है | कई बार बिना बैलेंस के भुगतान की सुविधा की वजह से धारक ज़रूरत से ज्यादा खर्च करना शुरू कर देता, जिससे बड़ी बकाया राशि इकठ्ठा हो जाती है |
  • कई बार क्रेडिट कार्ड के साथ अनेक तरह के हिडन चार्जेज भी शामिल होते है, लेते हुए सही जांच पड़ताल न करने पर फायदे से ज्यादा आपको नुकसान हो सकता है |
  • क्रेडिट कार्ड्स पर अक्सर बिल चुकाने को लेकर नियम काफी सख्त होते है | बकाया चुकाने में आखिरी तारीख से एक दिन की भी देरी पर आपको मोटी राशि फाइन के तौर पर देनी पड़ती है |
  • क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करते हुए बकाया चुकाने को लेकर सतर्क रहना काफी ज़रूरी है, हालाँकि लेट होने पर भी फाइन के साथ बकाया चुका सकते है लेकिन इससे आपके CIBIL स्कोर पर बुरा असर पड़ता है | इससे भविष्य में आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है |

हालाँकि ढेर सारे चार्जेज और शुल्क क्रेडिट कार्ड को आम आदमी के लिए थोडा मुश्किल बनाते है | लेकिन फिर भी अगर थोडा समझदारी से उपयोग किया जाए, तो क्रेडिट कार्ड ना सिर्फ टाइट बजट में भी आपको ज़रूरतों के लिए खर्च का अतिरिक्त मौका देता है, बल्कि आपके जीवन को भी सुगम बनाता है | उम्मीद है, इस लेख से आपको क्रेडिट कार्ड से जुडी सभी प्रमुख बातों को जानने में सहायता मिली होगी | धन्यवाद!

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